Women Empowerment and Solar Cooking through Sustainable community development program आयोजन
दिनांक 15अप्रैल 2024 को पद्मश्री जनक पल्टा ने Women Empowerment and Solar Cooking through Sustainable community development program आयोजन Jimmey MeGilligan Center for Sustainable Development. Indore में किया गया। इस कार्यक्रम में डॉ. ऋषीना नातू (प्राचार्य कन्स्तूरबाग्राम रूरल इंस्टीट्यूट) के मार्गदर्शन में मिस संगीता अधिकारी (सहा प्रा. गृह विज्ञान) एवं छात्राओ श्रीमती ललिता रावते (लेव तकनीशियन) एवं छात्राओं ने भागीदारी दी। कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्र के महानुभव, एवं समाज कल्याण के सदस्य गण, सदस्य एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे। सभी के द्वारा विभिन्न व्यंजनों का निर्माण सोलर कुकर का उपयोग कर किया गया। कस्तुरबाग्राम महाविद्यालय व्दारा मोरधर की खीर का निर्माण किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न रोचक जानकारीया महानुभवो द्वारा दी गई.- 1-Solar Cooking उपकरण – Sq dish Prince-15 (Solar Concentrator) 2-Round olish Big sk-14 3-Revind dish Small Pourvatp Seflor Soler Cooker and Other Panels. सुरेखा दीदी द्वारा सोलर ड्रायर के बारे में बताया गया तत्पश्चान जनक दीदी ने center का visit कराते हुए उनके द्वारा लिखित किताबो के बारे में (सिलाई / रंगाई – छपाई / पोषक तत्व) दिखाया जो कि गृह विज्ञान पाढयक्रम हेतु अत्यंत ही उपयोगी थी। जनक दीदी द्वारा स्वरोजगार को बढ़ावा देने, स्वच्छता एवं पॉलिथीन मुक्त पर्यावरण एवं sustainability की बात तत्पश्चान जनक दीदी ने center का visit कराते हुए उनके द्वारा लिखित किताबो के बारे में (सिलाई / रंगाई – छपाई / पोषक तत्व) दिखाया जो कि गृह विज्ञान पाढयक्रम हेतु अत्यंत ही उपयोगी थी। जनक दीदी द्वारा स्वरोजगार को बढ़ावा देने, स्वच्छता एवं पॉलिथीन मुक्त पर्यावरण एवं sustainability की बात कही गई। एवं दीदी के द्वारा 6 सूत माला प्रदान कि गई जिससे हमारे द्वारा उसका सदुपयोग किया जा सके | जनक दीदी के प्रेरणा दायक उद्बोधन में कस्तुर्बग्राम के प्रति स्नेह एवं स्वयं के जुडाव कि चर्चा कि गई | डॉ. ऋषीना नातू द्वारा बच्चो को संबोधित किया गया | जनक दीदी से कस्तुरबाग्राम के मूल्यों पर आधारित मार्गदर्शन हेतु आग्रह किया गया | जनक दीदी ने इस प्रस्ताव को सहज स्वीकार किया | जनक दीदी के घर के आस पास चेरी टमाटर, सुरजना, वाटर एप्पल, चीकू इत्यादि के पेड़ लगे थे | जनक दीदी ने सभी को संबोधित करते हुए यह सन्देश दिया गया – ”के जितनी उम्र उतने पौधे लगाने एवं उसे बड़ा करने के संकल्प को पूर्ण करने का सन्देश दिया” विचारोत्परक एवं शिक्षा प्राप्त करने वाला दिन था |